केरलः 800 पुरुष और 200 महिलाओं सहित 1000 सुरक्षाकर्मियों को निलेक्कल और पंपा बेस कैंप पर तैनात किया गया है. यही नहीं 500 सुरक्षाकर्मियों को सन्निधानम में भी तैनात किया गया है.
तिरुवनंतपुरम : सबरीमाला मंदिर में सभी आयुवर्ग की महिलाओं को प्रवेश की अनुमति देने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद बुधवार को यानी आज मंदिर के द्वार खुलने जा रहे हैं. विरोध में लोगों ने ‘सामूहिक आत्महत्या’ और अवरोध पैदा करने तक की धमकी दी है जिसके बाद यहां सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किये गये हैं. हालात को सुलझाने के लिए त्रावणकोर देवस्वम बोर्ड (टीडीबी) के अंतिम प्रयास बेकार रहे जहां पंडालम शाही परिवार और अन्य पक्षकार इस मामले में बुलायी गयी बैठक को छोड़कर चले गये.
मोदी सरकार धर्मद्रोही है राम के नाम पर जनता को छल रहे - कंप्यूटर बाबा https://eknazartezkhabar.blogspot.com/2018/10/blog-post_12.html
पुनर्विचार याचिका दाखिल करने के मुद्दे पर बातचीत करने में बोर्ड की अनिच्छा से ये लोग निराश दिखे. इस बीच, सैकड़ों महिला श्रद्धालुओं ने मंदिर की ओर जाने वाले मार्ग पर जाकर महिलाओं को मंदिर से करीब 20 किलोमीटर पहले रोकने का प्रयास किया. लड़कियों और महिलाओं की बसें और निजी वाहन रोके और उन्हें यात्रा नहीं करने के लिए मजबूर किया.
भारत में एक ऐसी जगह भी है जहाँ रावण को मानते हैं दामाद https://eknazartezkhabar.blogspot.com/2018/10/blog-post_5.html
केरल के एक सांसद ने केंद्र से अध्यादेश लाने का आग्रह किया
सबरीमाला क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले एक लोकसभा सांसद एंटो एंटोनी ने केंद्र से सबरीमाला मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर अध्यादेश लाने की मांग की है. इससे पहले उन्होंने फैसले के विरोध में धरना भी दिया
तिरुवनंतपुरम : सबरीमाला मंदिर में सभी आयुवर्ग की महिलाओं को प्रवेश की अनुमति देने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद बुधवार को यानी आज मंदिर के द्वार खुलने जा रहे हैं. विरोध में लोगों ने ‘सामूहिक आत्महत्या’ और अवरोध पैदा करने तक की धमकी दी है जिसके बाद यहां सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किये गये हैं. हालात को सुलझाने के लिए त्रावणकोर देवस्वम बोर्ड (टीडीबी) के अंतिम प्रयास बेकार रहे जहां पंडालम शाही परिवार और अन्य पक्षकार इस मामले में बुलायी गयी बैठक को छोड़कर चले गये.
मोदी सरकार धर्मद्रोही है राम के नाम पर जनता को छल रहे - कंप्यूटर बाबा https://eknazartezkhabar.blogspot.com/2018/10/blog-post_12.html
पुनर्विचार याचिका दाखिल करने के मुद्दे पर बातचीत करने में बोर्ड की अनिच्छा से ये लोग निराश दिखे. इस बीच, सैकड़ों महिला श्रद्धालुओं ने मंदिर की ओर जाने वाले मार्ग पर जाकर महिलाओं को मंदिर से करीब 20 किलोमीटर पहले रोकने का प्रयास किया. लड़कियों और महिलाओं की बसें और निजी वाहन रोके और उन्हें यात्रा नहीं करने के लिए मजबूर किया.
भारत में एक ऐसी जगह भी है जहाँ रावण को मानते हैं दामाद https://eknazartezkhabar.blogspot.com/2018/10/blog-post_5.html
केरल के एक सांसद ने केंद्र से अध्यादेश लाने का आग्रह किया
सबरीमाला क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले एक लोकसभा सांसद एंटो एंटोनी ने केंद्र से सबरीमाला मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर अध्यादेश लाने की मांग की है. इससे पहले उन्होंने फैसले के विरोध में धरना भी दिया
No comments:
Post a Comment