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विवेक तिवारी हत्याकांड: आरोपी सिपाही के लिए पुलिसवाले जुटा रहे चंदा, बीजेपी विधायकों ने लिखी चिट्ठी- डीएम, एसएसपी पर हो एक्शन
उत्तर प्रदेश के गोमतीनगर में विवेक तिवारी हत्याकांड के बाद एक ओर आरोपी सिपाही के लिए पुलिसवालों द्वारा चंदा इकट्ठा किया जा रहा है। वहीं, दूसरी ओर भाजपा विधायकों ने सीएम को चिट्ठी लिख डीएम-एसपी पर कार्रवाई की मांग की है।
विवेक तिवारी हत्याकांड: घटनास्थल पहुंचकर SIT ने शुरू की जांच, डिप्टी सीएम बोले- दोषी को कठोर सजा देंगे
उत्तर प्रदेश के गोमतीनगर में विवेक तिवारी हत्याकांड के बाद आरोपी सिपाही के लिए पुलिसवालों द्वारा चंदा इकट्ठा का मामला सामने आया है। वहीं, भाजपा विधायकों ने सीएम योगी आदित्यनाथ को चिट्ठी लिख डीएम एसपी पर कार्रवाई की मांग की है। इस हत्याकांड में दो सिपाहियों की बर्खास्ती के बाद कथिततौर पर सोशल मीडिया पर जाति व इलाके को अाधार बना चंदा जुटाया जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सोशल मीडिया के सहारे अारोपी सिपाही प्रशांत व संदीप के पक्ष में एकजुट होने का अभियान चलाया जा रहा है। फेसबुक पोस्ट डाले जा रहे हैं। वाट्सअप ग्रुप पर मैसेज वायरल किए जा रहे हैं। इसके साथ ही आरोपी सिपाही की पत्नी राखी मलिक के बैंक खाते की डिटेल को वायरल किया जा जा रहा है। कई लोगों ने वायरल खाते में रकम जमा करने का स्क्रीन शॉट भी शेयर किया है। हांलाकि, इस अभियान में सभी पुलिसकर्मियों का समर्थन नहीं मिल रहा है।
दूसरी ओर, बरेली के बिवरी चैनपुर से भाजपा विधायक राजेश कुमार मिश्रा उर्फ पप्पू भरतौल और शाहबाद से भाजपा विधायक रजनी तिवारी ने सीएम को पत्र लिख डीएम-एसपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। राजेश कुमार मिश्रा ने सीएम को भेजे अपने पत्र में लिखा है, “29 सितंबर को विवेक तिवारी की हत्याकांड की घटना घोर निंदनीय है। इस घटना में पीडि़त पक्ष को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, जिलाधिकारी एवं अन्य अधिकारियों द्वारा धमकाया जा रहा है। अारोपी सिपाहियों को बचाने की हर संभव कोशिश की जा रही है। इस हत्याकांड द्वारा आम जनता के बीच पुलिस का खौफ कायम रखने के लिए ऐसा किया गया है। घटना के बाद जनता में प्रशासन के खिलाफ आक्रोश है। ऐसी स्थिति में जरूरत महसूस हो रही है कि सख्त कदम उठाए जाने चाहिए। डीएम-एसपी को तत्काल निलंबित किया जाना चाहिए ताकि प्रदेश में प्रशासन द्वारा दहशतगर्दी का खेल समाप्त किया जा सके।”
वहीं, भाजपा विधायक रजनी तिवारी ने अपने खत के माध्यम से कहा, “लखनऊ प्रशासन पीडि़त पक्ष के साथ पक्षपातपूर्ण बर्ताव कर रही है। जिस आरोपी को पुलिस-प्रशासन ने गिरफ्तार बताया, वह एफआईआर दर्ज करवाने पहुंच गया। मीडिया से बात की। प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा पीडि़त पक्ष को धमकाने की बात सामने आ रही है। यह बेहद ही शर्मनाक है। डीएम-एसपी पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।” बता दें कि उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शनिवार (29 सितंबर) की रात गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्या का आरोप यूपी पुलिस के दो सिपाहियों प्रशांत चौधरी आैर संदीप पर लगा है