एक 👁️ नजर
चाईबासाः चाईबासा जेल ब्रेक कराने के मामले में एक और खुलासा हुआ है। एसपी ने बताया कि इसकी साजिश भाजपा नेता रमाशंकर पांडेय उर्फ रामा पांडेय ने की थी। गुवा थाना का रहने वाला पांडेय वह नक्सली संदीप का फाइनेंसर भी है। उसने ही जेल गार्ड विजय को चार लाख रुपए दिया था। जिस गार्ड ने पैसा लिया ता वह दो बार हुए जेल ब्रेक के दौरान भी यही पर तैनात था। दुर्गा पूजा के दौरान जेल में बंद नक्सलियों को भगाने की योजना थी।
निर्वाचन आयोग भाजपा का चुनाव प्रभारी http://eknazartezkhabar.blogspot.com/2018/10/blog-post_54.html
निर्वाचन आयोग भाजपा का चुनाव प्रभारी http://eknazartezkhabar.blogspot.com/2018/10/blog-post_54.html
दस लाख में हुई थी डील
चाईबासा जेल ब्रेक करने की योजना सोमवार को फेल हो गई थी। जिन गार्डों की जिम्मेवारी जेल की सुरक्षा की थी वही गार्ड जेल में बंद नक्सलियों को भगाने की फिराक में थे। इसको लेकर 10 लाख रुपए में डील हुई थी। जेल के तीन गार्डों ने 4 लाख रुपए एडवांस भी ले लिया था।
भाजपा और बजरंग दल का कट्टर देशभक्त , बलराम सिंह निकला ISI का गुर्गा http://eknazartezkhabar.blogspot.com/2018/10/isi.html
भाजपा और बजरंग दल का कट्टर देशभक्त , बलराम सिंह निकला ISI का गुर्गा http://eknazartezkhabar.blogspot.com/2018/10/isi.html
इन नक्सलियों को भगाने की थी योजना
जेल ब्रेक कर नक्सली मोतीलाल सोरेन, नल्ला भिक्षापति सहित अन्य नक्सलियों को भगाने की साजिश थी। एसपी क्रांति कुमार गढ़ देसी ने बताया कि नक्सलियों द्वारा जेल के सुरक्षा गार्डों को दस लाख रुपए देकर जेलब्रेक कराया जाना था। जिसके लिए रामा पांडे के द्वारा जेल के सुरक्षा गार्डों को चार लाख पेशी दे दिए गये थे। बाकी के पैसे जेलब्रेक होने के बाद देने की बात की गई थी। पुलिस को इसकी सूचना प्राप्त हुई इसके बाद से पुलिस ने गार्ड विजय खालको, चामू मुंडा और जुएल होरो समेत मजदूर नेता गुवा निवासी रामा पांडे को गिरफ्तार कर लिया। 2011 और 2014 में हुए जेल ब्रेक में भी ये तीनों सुरक्षा गार्ड चाईबासा जेल में ही पदस्थापित थे।