दिल्ली के साकेत कोर्ट ने दाती महाराज के खिलाफ दायर चार्जशीट पर संज्ञान लेने से फिलहाल इंकार कर दिया है. दाती महाराज और उनके 3 भाइयों के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने रेप मामले में कुछ वक्त पहले ही चार्जशीट दायर की थी. साकेत कोर्ट ने दिल्ली पुलिस की जांच पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि दिल्ली पुलिस ने सही तरीके से मामले में जांच नहीं की. हाईकोर्ट के अगले आदेश तक मामले को साकेत कोर्ट ने लंबित रखा है.
इससे पहले दिल्ली हाईकोर्ट ने मामले में सीबीआई जांच के आदेश दे दिए हैं. दरअसल पीड़िता की तरफ से हाईकोर्ट में याचिका लगाई गई थी कि उसकी एफआईआर दर्ज होने के बाद भी दाती महाराज को इस मामले में गिरफ्तार नहीं किया. कोर्ट ने भी बलात्कार जैसे गंभीर आरोप दाती महाराज पर लगने के बाद पुलिस की जांच पर संतुष्टि जताते हुए मामले को सीबीआई को ट्रांसफर करते हुए इस मामले में अपनी जांच रिपोर्ट सौंपने के आदेश दिए थे
अब ऐसे में जब निचली अदालत और हाईकोर्ट दोनों ने ही अब तक की पुलिस की जांच और चार्जशीट पर सवाल उठा दिए हैं तो फ़िर बड़ा सवाल ये है कि अब तक पुलिस ने दाती महाराज को इस मामले में गिरफ्तार क्यों नहीं किया. पीड़िता की तरफ से दाती महाराज पर बलात्कार के आरोप के साथ साथ प्रभावशाली लोगों के साथ संपर्क की बात भी की गई है.
पीड़िता की तरफ से यह भी कहा गया है कि दाती महाराज की शनि धाम पर दिल्ली पुलिस के कई वरिष्ठ अधिकारियों का आना-जाना पहले से ही था लिहाजा इस जांच में टालमटोल कर रही है. पीड़िता का कहना है कि अपने इन्हीं संबंधों और प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए अब तक पुलिस की गिरफ्त से दूर है
पीड़िता को इस बात का भी डर है कि बलात्कार की इस घटना की FIR दर्ज कराने के बाद से ही उसकी जान को खतरा है और अब तक दाती महाराज की गिरफ्तारी ना होने से उसका डर और बढ़ गया है.
ऐसे में हाईकोर्ट और निचली अदालत दोनों को ही सीबीआई की जांच रिपोर्ट का इंतजार है. जिससे यह साफ हो सके कि क्या वाकई दिल्ली पुलिस की तरफ से इस मामले में जांच में ढिलाई बरती गई. और अगर ऐसा है तो उसमें कौन-कौन लोग दोषी है. मुमकिन है जब केस की जांच सीबीआई की तरफ से आगे बढ़े तो दाती महाराज की मुश्किलें और गिरफ्तारी के आसार भी बढ़ सकता है
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