“हठयोग” की चरम सीमा पार , एक आराधक ऐसे भी ...👇
छपरा / पानापुर माँ अम्बे की पूजा एवं आराधना के लिए भक्त अलग अलग तरीके अपनाते हैं .ऐसे ही एक भक्त हैं जिन्होंने इस बार माँ की आराधना के लिए नौ दिन तक समाधि लेने की ठान ली .विगत कई वर्षों से नवरात्र के मौके पर अपनी छाती पर कलश की स्थापना कर माँ दुर्गा की आराधना करनेवाले धनौती गांव निवासी सुमंत तिवारी उर्फ सुमंत बाबा ने इस बार समाधिष्ट होकर पूजा करने की ठान ली . सुमन्त बाबा के समाधि लेने की खबर सुन आसपास के सैकड़ो श्रद्धालु पूजा स्थल पर सुबह से ही जमे थे .
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पूजा स्थल से बुधवार की सुबह सैकड़ो श्रद्धालु सारंगपुर डाकबंगला घाट पहुँचे जहाँ वैदिक मंत्रोच्चार के बीच गंडक नदी में जलभरी की गयी . इस बीच सुमन्त बाबा के समाधि लेने की खबर सुनते ही पुलिस प्रशासन के होश उड़ गये .आनन फानन में स्थानीय थानाध्यक्ष रमेश कुमार महतो ,एएसआई दीपनारायण राम दर्जनों पुलिस बल के साथ धनौती गांव पहुँचे एवं सुमंत बाबा से समाधि नही लेने की अपील की लेकिन बाबा अपनी जिद पर अड़े थे .
स्थानीय पुलिस प्रशासन किसी भी कीमत पर समाधि नही लेने की जिद पर अड़ा था .
सूचना के बाद पूर्व विधायक तारकेश्वर सिंह , प्रभारी सीओ वीरेंद्र मोहन भी पूजा स्थल पर पहुँचे .सुमन्त बाबा की जिद देखकर थानाध्यक्ष ने इस मामले की सूचना एसपी सारण एवं डीएसपी मढ़ौरा को दी जिसके बाद काफी देर तक वार्ता के बाद यह तय हुआ कि समाधि स्थल के अंदर सांस लेने के लिए जगह छोड़ी जाएगी .
उसके बाद विधि विधान के अनुसार पूजा अर्चना के बाद बाबा समाधिष्ट हुए .इस दौरान वहां लोगो की भारी भीड़ उमड़ पड़ी थी